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तू मेरा नहीं-28-Mar-2023

प्रतियोगिता हेतु
दिनांक: 28/03/2023

तू मेरा नहीं


गलियों में तेरी आकर मैंने जाना कि तू मेरा नहीं,
ये दिल मेरा नहीं और ये रुह भी मेरी नहीं।
तेरी खूशबू के साथ किसी और की खूशबू महसूस कर रही हूं,
जानती हूं अब तुम पर मेरा इख्तियार नहीं।।
गलियों में तेरी आकर मैंने जाना कि तू मेरा नहीं।।

जानते हो कि तुम्हारे बिना जी नहीं पाएंगे हम,
किसी से अब दिल लगा नहीं पाएंगे हम।
ऐसा हुआ क्या जो तुमने हमें छोड़ दिया?
अब तुम पर हमें कोई एतबार नहीं।
गलियों में तेरी आकर मैंने जाना कि तू मेरा नहीं।।

मंज़िल मेरी तुम से शुरू और तुम पर ही खत्म होती थी,
जीना मरना तुम्हारे ही संग मेरा ख्वाब बन चुका था।
धोखा दोगे इतना बड़ा ये हमने सोचा ना था,
अब तुम्हारे बिना जीने की कोई ख्वाहिश ही नहीं।
गलियों में तेरी आकर मैंने जाना कि तू मेरा नहीं।

क्यूं किया ऐसा हमारे साथ ज़रा बताओ तो हमें?
आखिर भूल क्या हुई हमसे ऐसी समझाओं तो हमें?
ख़ता तो होती है सबसे तुमसे भी तो कभी हुई होगी।
दोगे सज़ा इतनी भयानक ये हमने कभी सोचा नहीं,
गलियों में तेरी आकर मैंने जाना कि तू मेरा नहीं।।

शाहाना परवीन "शान"...✍️ 





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4 Comments

Renu

28-Mar-2023 09:38 PM

👍👍🌺

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शानदार

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Varsha_Upadhyay

28-Mar-2023 05:12 PM

बहुत खूब

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